जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।। जो शीश झुका दे राणा का ऐसी कोई तलवार नहीं।।
डरा नहीं किसी मुगलपुत से हल्दीघाटी का आभारी था। डरा नहीं किसी मुगलपुत से हल्दीघाटी का आभारी था।
सबसे पहला वार सहना, प्यादों को ही पड़ता है l सबसे पहला वार करना भी, इन्ही प्यादों को पड़ता है ll सबसे पहला वार सहना, प्यादों को ही पड़ता है l सबसे पहला वार करना भी, इन्ही प्या...
नारी बच्चे घर -बार छोड़ के भागते हैं !! नाश और विनाश का तांडव रचा ही जा रहा ! नारी बच्चे घर -बार छोड़ के भागते हैं !! नाश और विनाश का तांडव रच...
काश वह दूर न होता न ही यह अंतर्द्वंद होता। काश वह दूर न होता न ही यह अंतर्द्वंद होता।